दिल्ली(दैनिक कर्मभूमि):-कम्प्यूटर,इस शब्द से तो हम सभी अच्छी तरह परिचित है।आज के समय में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र ही जहा कम्प्यूटर का प्रयोग ना होता हो।
कम्प्यूटर के इतिहास की बात करे तो जिस प्रकार शुरुआत में इनका आकार काफी बड़ा और क्षमता काफी कम होती थी।
जैसे जैसे समय बीत रहा है इनका आकार कम और क्षमता कई गुना बढ़ती जा रही है।
एक सामान्य कम्प्यूटर किसी भी सूचना को सुरक्षित रखने के लिए बिट्स यानी बाइनरी संख्या 0 या 1 का प्रयोग करता है।
हमारे द्वारा उसको दिया गया कोई भी निर्देश पहले इन्हीं अंको में परिवर्तित होता है फिर कम्प्यूटर गणना करके हमें प्रेषित करता है।
Quantum Computer को भविष्य का कंप्यूटर कहा जाता है।यह कम्प्यूटर भौतिक विज्ञान के Quantum सिद्धांत पर आधारित होता है।
जिस प्रकार एक साधारण कम्प्यूटर सूचनाओं को बिट्स के रूप में सुरक्षित रखता है ठीक उसी प्रकार Quantum Computer सूचनाओं को Qbits के रूप में सुरक्षित रखता है।बिट्स में 0 या 1 का ही प्रयोग होता है जबकि Qbits में 0 और 1 के अतिरिक्त 10 या 01 भी हो सकता है।
इसी वजह से इस कम्प्यूटर की क्षमता सामान्य से कई गुना अधिक होती है।जिस प्रकार सामान्य कम्प्यूटर में चिप का प्रयोग किया जाता है इसमें परमाणु का प्रयोग किया जाता है।आने वाले समय में यह कम्प्यूटर विज्ञान जगत को बदल देगा इसीलिए गूगल और इंटेल जैसी कंपनी इस पर शोध कर रहे है।
यदि यह कम्प्यूटर पूर्ण विकसित हो जाता है तो यह रक्षा,चिकित्सा,Artificial Intelligence सभी की तस्वीर बदल देगा।
रिपोर्ट:- संतोष शुक्ला
You must be logged in to post a comment.