राजस्थान (दैनिक कर्मभूमि)बारां छीपाबडौद तहसील क्षेत्र के एकमात्र महाविद्यालय श्री प्रेमसिंह सिंघवी महाविद्यालय 2019 बजट घोषणा में सरकारी होने के बाद भी छात्र-छात्रा से ली जा रही है भारी भरकम फीस।
युवा छात्रनेता नोशीन अली ने बताया कि वर्तमान की राजस्थान सरकार ने 2019 बजट घोषणा में श्री प्रेमसिंह सिंघवी महाविद्यालय को सरकारी करने की घोषणा की थी, परन्तु एक साल से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी छात्र-छात्रा को निजी महाविद्यालय की ही भारी भरकम 7 से 8 हजार रुपए फीस जमा करना पड़ रही है, जिस कारण बहुत से विद्यार्थी पढ़ाई करने में असमर्थ हैं और पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर है।
*इस कोरोनकाल में छात्र-छात्रा पर भारी पड़ रही हैं फीस* इस कोरोनकाल मे भारी भरकम फीस जमा करना आम लोगों के बस की बात नही है, इस कारण बहुत से छात्र-छात्रा अपना प्रवेश भी नही करवा पा रहे है, जिससे छात्र-छात्रा के आने वाले भविष्य पर प्रभाव पड़ेगा।
*क्या कागजो में ही हुआ है सरकारी* सरकार द्वारा सरकारी करने के एक साल बाद भी विद्यार्थियों को सरकारी महाविद्यालय का लाभ नही मिल रहा है तो लगता है कि कागजो में ही हुआ है सरकारी।
*क्षेत्र के गरीब तबके के बच्चे उच्च शिक्षा से रह रहे है वांछित* क्षेत्र में अधिकतर लोग गरीब तबके के जो कि इतनी ज्यादा फीस जमा करके आपने बच्चों को पढ़ाने में असमर्थ है जिस कारण गरीब तबके के अधिकतर विद्यार्थी उच्च शिक्षा से वांछित रह रहे है।
बारां छीपाबड़ौद
रिपोर्टर कुलदीप सिंह सिरोहीया
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