उत्तर प्रदेश( दैनिक कर्म भूमि)अमेठी: जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आशुतोंष कुमार दूवे ने बताया कि नौ दिसम्बर को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को एक त्योहार के रूप में मनाया जाता है।इस दिन पर जनपद के समस्त सीएससी व पीएससी पर योग्य चिकित्सक द्वारा गर्भवती महिलाओं की जांच निःशुल्क की जाती है। कोविड के समय बिगड़े हालात अब धीरे धीरे पटरी पर आना शुरू कर दिया है, उसी क्रम में प्रत्येक माह की 9 तारीख को मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की शुरुआत भी हो चुकी है। अब हर गर्भवती इस दिवस पर आकार प्रसव पूर्व सम्पूर्ण जांच करा सकती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अभी परिस्थितिवश लोग अस्पताल आने में डर रहे है। मुख्यतः गर्भवती महिला प्रसव के लिए केन्द्रों पर आ रही हैं लेकिन जांच के लिए नहीं। जबकि गर्भावस्था व प्रसव के समय होने वाले खतरों से मातृ एवं शिशु को बचाने के लिए प्रसव पूर्व जांच बहुत जरूरी है। कोरोना संक्रमण बाधा है, परंतु सतर्कता के साथ गर्भवती माँ को खास होने का एहसास दिलाते हुए प्रत्येक नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रदान करने के लिए उन्हें निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में लायें और निःशुल्क जाँचों और सेवाओं का अवसर ना गँवायें। साथ ही आशाओं स्वास्थ्य कार्यकत्रियो को जिम्मेदारी दी गयी है कि वह अपने क्षेत्र की सभी गर्भवती महिलाओं को इस दिवस पर केंद्र पर लाकर जांच जरूर करवाएँ, और इस दिवस को लेकर गर्भवती महिलाओं को एक प्रकार से निमंत्रण दे। कि गर्भवती महिलायें आपदा से न घबराएँ और केन्द्रों पर टीकाकरण और जांच के लिए जरूर आयें।उनका कहना है कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को भी त्योहार की तरह मनायें। किसी भी गर्भावस्था में जहाँ जटिलताओं की संभावना अधिक होती है उस गर्भावस्था को हाई रिस्क प्रेगनेंसी या उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था में रखा जाता है। और इसका पता लगाने के लिए प्रशिक्षित डॉक्टर्स के द्वारा प्रसव पूर्व तीन सम्पूर्ण जांच कराना बहुत जरूरी होता है। जिससे कि समय रहते इसका पता लगाकर, इससे होने वाले खतरों से गर्भवती को बचाया जा सके।
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रिपोर्ट नेशनल हेड राजेश कुमार मौर्य अमेठी उत्तर प्रदेश
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