सबकी हिस्सेदारी और लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए देश में प्रतिनिधत्व लागू करें : पीसी कुरील

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) लखनऊ,10 फरवरी 2021 राष्ट्रीय भागीदारी आंदोलन के संयोजक पी सी कुरील ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि 76 वां दिन भी किसान आंदोलन मजबूती ले रहा है नेतृत्व के सहयोगी अपनी विपक्षी शक्ति का उपयोग या सरकार करने में डर पैदा नहीं कर पा रहे हैं, अपनी समझ का सही उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, आप वह शक्ति हैं कि प्रदेश और केंद्र की सरकार बदल सकते हो लेकिन सिद्धांत को वोपन न कर कार्य को करना होगा। तुरंत लाभ को त्यागना होगा हम जो कर रहे हैं उसे आप समझने का चिंतन करो, आप वहाँ तक पहुँच जाओगे। आप जब सरकार में थे तब भी उनके अपराधों पर पर्दा डालने का कार्य करते रहे हैं। जिसका फायदा लेकर सभी को जवाब देही बना दिया है। आज लगातार अपराध करते जा रहे हैं देश का हर आदमी डरने लगा है कुछ लोग हिम्मत कर आगे आकर आंदोलन कर रहे हैं, उन लोगों की जांच बहुत सी सरकारी संस्थाओं से जांच करा कर अनर्गल आरोप बना रहे हैं। अगर हम और अधिक बारीकी से देखें तो कांग्रेस ने मुस्लिम-दलित से बदला लेने के लिए इस प्रकार का खेल खेला है। कांग्रेस सेक्युलरिज्म या प्रतिनिधत्व की परवाह न कर बाबरी मस्जिद और गुजरात दंगा के अपराधियों को उदारीकरण नीति से बचाने का कार्य किया। आज विकृत सामाजिक व्यवस्था या संविधान विरोधी विचार धारा को आगे बढ़ाने की गति के रुकावट नहीं बनें जिससे वह बढ़ते गए। आज विधायका प्रशासन, न्यायपालिका, सुरक्षा सेना आदि प्रकार की समस्त संस्थाओं पर अपना कंट्रोल बना लिया है। अब आपके लिए कारागार या मौत सामने खड़ी हो गयी है फिर भी देश के लोगों से विश्वास-प्यार नहीं बन पा रहा है। अपना चिंतन साफ करो, मजबूत भारत, अखण्ड भारत, ज्ञानवान भारत-विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने के लिए कार्य करना होगा। आओ इसपर कुछ बात करें। सबकी हिस्सेदारी लागू करने और लोकतंत्र मजबूत बनाने के लिए देश देश में प्रतिनिधत्व लागू करने के लिए कार्य करना, आरक्षण लोगों को गुलाम बनाने का है। प्रतिनिधित्व -योग्यता -प्रतिस्पर्धा (कम्पटीसन) लोगों को हिस्सेदार स्वतंत्र नागरिक बनाने का है। तब सभी अपनी योग्यता और कार्य सक्षमता से अपने को विकास युक्त बनाते हैं, तब देश विकसित होता है। तब लोगों में भाईचारा पैदा होकर अपने नए आये खोजते है और वह किसी को धक्का मार कर गिराते नहीं हैं और उस चुनौती पूर्ण कार्य में हिस्सा लेकर प्रतिस्पर्धा का सामना कर अपने को सफल करते हैं, आस्था और काल्पनिक आधार से दूर हो जाते हैं तब विश्व सलाम करता है यह देश हमारा है, हम सब मिलकर अखण्ड भारत मजबूत भारत निर्माण विश्व गुरु का खिताब या ज्ञान का प्रतीक का भारत निर्मित करें।

रिपोर्टर सिद्धार्थ त्रिवेदी रायबरेली