उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि) चित्रकूट। शिक्षक नेता अखिलेश पांडेयऔर बीएसए ओमकार राणा के बीच विवाद गहराता जा रहा है। विधायक मानिकपुर द्वारा विधानसभा में बीएसए पर लगाए गए आरोपों की जांच करने मंगलवार को जांच अधिकारी मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक प्रयागराज रमेश तिवारी बीएसए आफिस पहुंचे। उधर, सूत्रों की मानें तो बीएसए ने पूरी जांच प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगाते हुए मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को ही पत्र भेजा है। हालांकि बीएसए ने इस संबंध में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
गौरतलब है कि मऊ-मानिकपुर विधायक आनंद शुक्ला ने बीते दिनों विधानसभा में बीएसए चित्रकूट ओमकार राणा के संबंध में मामला उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि बीएसए भ्रष्टाचार को प्रश्रय दे रहे हैं। हालांकि पूरे मामले को शिक्षक नेता अखिलेश पांडे के संबंध में बीएसए द्वारा की गई जांच से जोड़कर देखा जा रहा है। मंगलवार को बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा इस संबंध में नियुक्त जांच अधिकारी एडी बेसिक रमेश तिवारी चित्रकूट आए। बीएसए कार्यालय में उन्होंने क्लर्कों से बातचीत की और कई मुद्दों पर जांच की। सूत्रों की मानें तो बीएसए ने पूरी जांच प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगाते हुए लंबा पत्र मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक ही को भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि उन्होंने शासन द्वारा जांच अधिकारी नामित किए जाने संबंधी पत्र की प्रति भी नहीं दी। पत्र में बीएसए ने यह भी बताया है कि जांच अधिकारी एडी बेसिक जब चार साल तक यहां बीएसए के पद पर तैनात थे तो उन्होंने ही अखिलेश कुमार पांडे का दिव्यांग भत्ता स्वीकृत किया था। उन्होंने अखिलेश और रमेश तिवारी के घनिष्ठ संबंधों की बात भी पत्र में कही है। सूत्रों के अनुसार, बीएसए ने एडी बेसिक को जांच अधिकारी बनाए जाने पर भी सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि वह उनके समकक्षीय अधिकारी हैं। आशंका जताई है कि वह शिकायतकर्ता से मिले हैं और एकपक्षीय जांच कर उनका मानसिक, आर्थिक और सामाजिक शोषण करना चाहते हैं। कुल मिलाकर इस पूरे मामले से साफ जाहिर है कि विधायक द्वारा विधानसभा में उठाए गए इस मामले की जांच की आंच दूर तक जाएगी और कई सवाल अपना जवाब पाने को उत्सुक रहेंगे।
*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव
*जनपद* चित्रकूट
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