बच्चों को चित्रों और वीडियो के माध्यम से पढ़ाये : प्रमोद कुमार

बच्चों को चित्रों और वीडियो के माध्यम से पढ़ाये : प्रमोद कुमार

दैनिक कर्म भूमि।कानपुर।शिक्षा जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है अब यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम किस तरीके से अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं।कल्याणपुर सुरार शिक्षक संकुल प्रमोद कुमार ने बताया कि बच्चों का जो प्राथमिक शिक्षा होता है वह हमारे घरों से स्टार्ट हो जाता है वह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि अपने बच्चों को क्या सिखाना चाह रहे हैं और किस दिशा में ले जाना चाह रहे है इसमें मां-बाप का सबसे ज्यादा भूमिका होता है कि वह अपने बच्चों को क्या बनाना चाहते हैं।यह सारी बातें मां बाप के ऊपर निर्भर करती है कि वह अपने बच्चों को गाली गलौज सिखाना चाहते हैं या मारपीट सिखाना चाहते हैं या फिर उन्हें एक गंभीर और जिम्मेदार व्यक्ति बनाना चाहते हैं।

  • बच्चों का किसी दूसरों के बच्चे के साथ न करे तुलना

बच्चों को पढ़ाते टाइम उन्हें कभी डराने धमकायेँ नहीं और ना ही मारे।बच्चों का पढ़ाई में मन लगाने के लिए चित्र वाले किताबों को पढ़ने के लिए दें।संकुल शिक्षक प्रमोद कुमार ने कहा कि अगर आपके बच्चे का मन पढ़ने में बहुत ही कम लगता है तो उसको आप एजुकेशनल टॉयज दे दीजिए ताकि वो खेले और उसी से पढ़ाई कर सके ताकि उसका पढ़ाई में इंटरेस्ट बढ़ जाए।अगर आप अपने बच्चों को हमेशा डराएंगे धमकाएंगे तो उसके अंदर आत्मविश्वास की कमी आ जाएगी।बच्चों का पढ़ाई में मन लगाने के लिए कुछ फनी किताब लेकर आए जिसमें ढेर सारे चित्र बने हो और उसी से बच्चों को पढ़ाई कराइये।बच्चों को कभी दूसरे के सामने डांटना नहीं चाहिए और ना ही उनकी बेइज्जती करनी चाहिए।अपने बच्चों का किसी दूसरों के बच्चे के साथ कभी भी कंपेरिजन नहीं करना चाहिए नहीं तो आपके बच्चे का सेल्फ कॉन्फिडेंट लेवल बहुत ज्यादा कम हो जाएगा।अपने बच्चों को कोई चीज पढ़ा रहे हैं और वह सही तरीके से नहीं सीख पा रहा है तो ऐसे समय पर उसको डांटे नहीं बल्कि उसका मनोबल बढ़ाएं कि आप ऐसा कर सकते हो।आजकल के बच्चे मोबाइल और कंप्यूटर में ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं इसलिए कोशिश करें कि अपने बच्चे को मोबाइल में ही पढ़ा दिया करें वीडियो के माध्यम से।

संवाददाता।आकाश चौधरी

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