उत्तर प्रदेश (राष्ट्रीय दैनिक कर्म भूमि )विश्व हिंदू महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने प्रदेश कार्यालय गोरखपुर से प्रेस वार्ता करके स्पष्ट किया कि राष्ट्रसंत अवेद्यनाथ व डोमराजा संजीत चौधरी की पावन स्मृति में सहभोज कार्यक्रम वाराणसी में डोमराजा ओम चौधरी के यहां होना सुनिश्चित हुआ है जो 18 मार्च 2025 को पूर्वाहन 11:00 बजे से होना सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने बताया कि मान मंदिर, दशाश्वमेध घाट, वाराणसी में काशी के डोम राजा संजीत चौधरी के शेर वाली कोठी पर 18 मार्च सन् 1994 को तत्कालीन गोरक्षपीठाधीश्वर अवेद्यनाथ जी की अगुवाई में धर्माचार्यों, साधु-संतों, ब्राह्मणों-दलितों इत्यादि ने एक साथ भोजन कर सामाजिक समरसता का जो संदेश दिया था वह मील का पत्थर बन गया। उन्होंने बताया कि जब अवेद्यनाथ जी महाराज डोमराजा के घर पहुंचे तब उनके प्रवेश द्वार पर एकत्र कर रखी गई मरघट की अधजली लकड़ियों तथा बांस का अंबार लगा हुआ था, डोमराजा ने अपने मकान के लगभग सभी कमरों में दरी, चांदनी बिछाकर संतो के बैठने की व्यवस्था की थी, उनकी माता सारंगा देवी मारे खुशी से पागल हो रही थीं, सफेद साड़ी पहने सभी व्यवस्थाओं की देखभाल स्वयं कर रही थीं, एकाएक साधु-संतों का एक विशाल रेला दशाश्वमेध घाट पर पहुंचा, काफिले की अगुवाई गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी कर रहे थें, अयोध्या के श्री महंत नृत्य गोपाल दास जी तथा माननीय अशोक सिंघल जी भी साथ-साथ चल रहे थें, सकरी गलियों से जब उनका काफिला डोमराजा के आवास की ओर बढ़ा तो रास्ते में लोगों ने हर-हर महादेव, काशी विश्वनाथ की जय के नारे लगाकर उनका स्वागत किया था, साधु-संतों का काफिला जब डोमराजा के घर पर पहुंचा तो संजीत चौधरी एवं उनके परिवारीजनों ने धन्य-धन्य बोलकर भाव-विह्वल, अश्रूपूरित नेत्रों से संतो को बैठाया। अवेद्यनाथ जी ने पूछा मां आपकी आंखों में आंसू क्यों तो जवाब में सारंगा देवी ने कहा कि महाराज जी हमें हिंदू मानता ही कौन है, हमें तो लोग अछूत मानते हैं, डोम कहते हैं, आप जैसे संत-महापुरुषों ने आज मेरे घर को पवित्र कर दिया, ये आंसू उसी खुशी के आंसू हैं। कुछ धर्माचार्य डोम के घर भोजन करने के सवाल पर अवेद्यनाथ जी का विरोध करने लगें और कहा था कि जाइए आप डोम के घर भोजन करिए हम वापस जायेंगे। अवेद्यनाथ जी डटकर खड़े हो गए, उन्होंने उन्हें समझाया और कहा था कि जिस दिन ये दलित जातियां हमारा साथ छोड़ देंगी उस दिन हमारे मठ, मंदिर, खीर, पूरी, मालपुआ सब बंद हो जाएंगे, बंटने के कारण ये तथाकथित दलित जातियों समेत सब एक न एक दिन समाप्त कर दिए जाएंगे, पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं की दुर्दशा देखकर भी समझ में नहीं आ रहा है और कहा कि बैठो, सब लोग साथ मिलकर भोजन करो और शास्त्र विरुद्ध ढकोसले जैसे कुप्रथा छुआछूत का अंत किया जाय। अवेद्यनाथ जी ने कहा था कि ये वही दलित जातियां हैं जो नंगे पांव चलकर सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपनी गाढ़ी कमाई में से एक-दो पैसे मंदिरों, धर्मस्थलों व तीर्थ स्थलों पर श्रध्दा भाव से चढ़ाती हैं तथा सनातन धर्म की रक्षा के लिए विधर्मियों से भी लड़ती हैं। जाति के नाम पर किसी को ऊंचा-नीचा समझना ठीक नहीं है, हिन्दव: सोदरा: सर्वे न हिंदू पतितो भवेत् बोलकर अर्थ समझाते हुए बोलें कि सभी हिंदू सहोदर हैं, कोई पतित नहीं, देवाधिदेव भगवान शंकर की नगरी में इस प्रकार की बातें सोचना भी महापाप है, अवेद्यनाथ जी के इतना कहने के बाद सभी रुकें और स्वामी प्रपन्नाचार्य, स्वामी कृपाचार्य, स्वामी तपानंद, देवानंद ब्रह्मचारी, स्वामी प्रबुध्दानंद, स्वामी मदन दास, सांसद साध्वी उमा भारती, विनय कटियार, श्रीश चंद्र दीक्षित, भानु प्रसाद शुक्ला इत्यादि ने बैठकर तत्कालीन गोरक्षपीठाधीश्वर संत अवेद्यनाथ और तत्कालीन डोमराजा संजीत चौधरी के साथ भोजन किया था, दर्जनों सुरक्षा कर्मी भी इस सहभोज में शामिल हुए थें, इसके पश्चात डोम राजा की माता सारंगा देवी ने सभी साधु-संतो को दक्षिणा देने का प्रयास किया था लेकिन महंत अवेद्यनाथ के दक्षिणा लेने से इनकार करने के बाद किसी साधु-संत ने दक्षिणा नहीं लिया था। महंत जी ने कहा था कि हम दक्षिणा के लिए नहीं बल्कि जाति-पांति, छुआछूत के नाम पर बंटे बृहद हिंदू समाज को एकजुट करने का संदेश देने के लिए यहां आए हैं और खिचड़ी सहभोज ही इसका सबसे अच्छा माध्यम है, छुआछूत हिंदू समाज का कोढ़ है, जितना जल्दी हो इसे समाप्त करना है। वाराणसी के अखबारों ने लिखा कि काशी के डोमराजा संजीत चौधरी के घर मां सारंगा देवी द्वारा बनाए व परोसे गए भोजन को साधु-संतों ने प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। सदियों से बिखरी पड़ी हिंदू एकता की सभी कड़ियों को परस्पर मजबूती से जोड़कर एक सशक्त समाज की रचना करने में आज का यह सहभोज सभी धर्माचार्यों, देशवासियों के लिए एक उदाहरण बनेगा, इस कार्य के लिए महंत अवेद्यनाथ सदा सदा के लिए याद किए जाएंगे। भिखारी प्रजापति ने कहा कि विश्व हिंदू महासंघ उत्तर प्रदेश अपने पूर्व गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी के इसी सामाजिक समरसता को अपनी ताकत मानता है तथा इस तिथि को गोरक्षपीठाधीश्वर, लोक संन्यासी योगी आदित्यनाथ जी महाराज के निर्देश पर राष्ट्रसंत अवेद्यनाथ जी महाराज और डोमराजा संजीत चौधरी व उनकी मां सारंगा देवी, स्व. रंजीत चौधरी तथा स्व. जगदीश चौधरी की पावन स्मृति में यह कार्यक्रम आयोजित कर संकल्प लेता है कि इस तिथि पर प्रतिवर्ष यह कार्यक्रम अनवरत चलता रहेगा। आप सभी सनातनी साथियों से निवेदन है कि आप भी इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लें, उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की अध्यक्षता डोमराजा श्री ओम चौधरी जी करेंगे, सहभोज की पूरी व्यवस्था बनाने से लेकर खिलाने तक विवेक, शालू, लालू, अजीत, विशाल, चंदन, विकास, अभय अर्थात चौधरी परिवार के लोग मिलजुल कर करेंगे। उन्होंने कहा कि धर्माचार्य के रूप में महंत आचार्य डॉक्टर हरिओम पाठक तथा मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति उपस्थित रहेंगे। प्रदेश महामंत्री ओम प्रकाश यादव, उपाध्यक्ष गण व प्रकोष्ठों के अध्यक्ष गंगा शर्मा कौशिक, संतोष मिश्र, रुद्र कुमार पाठक, मा. काजल किरण, प्रवीण दुबे, मनोज प्रजापति, रेखा श्रीवास्तव, ओम प्रकाश सिंह, डॉ. इंद्रदेव सिंह, विनोद सक्सेना, विष्णु कांत चौबे, शरद परमार, श्यामबिहारी अवस्थी, संदीप कुशवाहा, दिग्विजय सिंह राना, बृजेश प्रजापति, भगवान सिंह यादव, वीरेंद्र सिंह ठाकुर, धीरेंद्र प्रताप सिंह , ई. राजेश्वरी प्रसाद विश्वकर्मा, संभाग प्रभारीगण दिग्विजय किशोर शाही, संजय शुक्ल, शरद प्रजापति, पंकज वालिया, प्रदेश मंत्रीगण अवधेश गुप्त, पप्पू पहलवान, मनोज श्रीवास्तव, राम प्रसाद यादव, उपेंद्र सिंह, सरजू प्रसाद शुक्ल, दीपक त्रिपाठी, भानु प्रताप सिंह, दीपक शुक्ल, राकेश पटेरिया, प्रेमनाथ दुबे, हरि नारायण सिंह, अखंड प्रताप सिंह, आशुतोष दुबे, अजय अग्निहोत्री, रंजीत यादव, अश्विनी शर्मा, राजन जायसवाल, अंकित उपाध्याय, सुबोध चौबे, आशा सब्बरवाल, सुमन पटेल, सुमन श्रीवास्तव, ज्ञानेंद्र त्यागी, रोहिणी श्रीवास्तव, विनोद नाथ, सत्य प्रकाश पाण्डेय, अमित गिरी, महंत सुखराम दास, डेजीरानी मिश्र, प्रवीण सिंह चंदेल , इंजी.अखिलेश मिश्रा, मंडल प्रभारी गण डॉ कमलेश शाही, अखिलेश सिंह, नीरज शर्मा, योगेंद्र प्रताप सिंह, जगत पाण्डेय, सोनू ठाकुर, अनुज सिंह, आशुतोष सिंह, प्रमोद कुमार मिश्र, सुंदर बाबू सिंह, राजेश शर्मा, अमित सिंह, ओमपाल मौर्य, प्रदीप कुमार शर्मा, सुधीर श्रीवास्तव सहित प्रदेश के कोने-कोने के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भाग लेंगे। संयोजन गोरक्षा प्रकोष्ठ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष संजय पाण्डेय एवं जिलाध्यक्ष अनिल सिंह उर्फ नन्हें सिंह, महासंघ जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह, मातृशक्ति प्रकोष्ठ जिलाध्यक्षा अमृता श्रीवास्तव करेंगे जिनके सहयोगी जयशंकर केसरी, रुद्र कुमार पाठक, मनोज श्रीवास्तव, तपेश्वर चौधरी, अभय श्रीवास्तव, संगीता मिश्र, माधवी श्रीवास्तव, आशुतोष ओझा, अंजू श्रीवास्तव, प्रमोद तिवारी, सुषमा श्रीवास्तव इत्यादि साथी रहेंगे। भिखारी प्रजापति ने कहा कि गोरक्षपीठाधीश्वर कहते हैं कि न बंटेंगे न कटेंगे, सनातनी हैं सनातनी रहेंगे, मैं एक संन्यासी हूं जिसके कारण मेरे एक हाथ में माला है तो दूसरे में भाला, राष्ट्र धर्म की रक्षा करना ही मेरे जीवन का उद्देश्य है इसीलिए जो जिस भाषा में समझेगा उसे उसी भाषा में समझाऊंगा। उनके निर्देशन में हम छुआछूत के खिलाफ प्रहार करेंगे।
रिपोर्ट प्रदेश हेड राजेंद्र पांडे गोरखपुर उत्तर प्रदेश
सच आप तक जुड़े रहिए राष्ट्रीय दैनिक कर्म भूमि अखबार टीवी चैनल के साथ हर पल हर कदम पर
विज्ञापन और खबरों के लिए संपर्क सूत्र 8052 9220 26 99 1923 5535👆🏻👆🏻👆🏻
You must be logged in to post a comment.