इतिहास जब खुद को दोहराता है तो प्रबलता अकल्पनीय होती है: प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र त्यागी

उत्तर प्रदेश (राष्ट्रीय दैनिक कर्म भूमि )काशी के डोमराजा ओम चौधरी के आवास पर संपन्न हुए सामाजिक समरसता सहभोज में प्रेस वार्ता के माध्यम से बोलते हुए गोरक्षा के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र त्यागी ने कहा कि 18 मार्च 1994 को पूर्व गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने काशी के तत्कालीन डोमराजा संजीत चौधरी के आवास पर धर्माचार्यों समेत सहभोज करके सामाजिक समरसता का नींव रखा था, जिसे आज विश्व हिंदू महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने दोहराया और संकल्प लिया कि दादा गुरु अवेद्यनाथ जी महाराज द्वारा शुरू की गई ये परंपरा अब महासंघ अनवरत मनाएगा और हम सर्वदा प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति के ऋणी रहेंगे जिनके नेतृत्व में हिंदू समाज को संगठित करने के लिए भूत से भविष्य तक के अध्ययन पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास जब खुद को दोहराता है तो प्रबलता अकल्पनीय होती है, अर्थात भीषण सामंतवादी समय में संत अवेद्यनाथ जी महाराज ने तमाम विरोध के बावजूद डोमराजा के यहां सहभोज किया था और आज बिना विरोध के भिखारी प्रजापति ने इतिहास दोहराया जो पूरे भारत में बदलाव लाएगा।

 

रिपोर्ट प्रदेश हेड राजेंद्र पांडे वाराणसी उत्तर प्रदेश

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