शारीरिक नहीं मानसिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरुरी : डा. संजय भटनागर

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय (दैनिक कर्मभूमि)  लखनऊ,11 फरवरी 2021 राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी काकोरी में मानसिक स्वास्थ्य एवं मानसिक दिव्यांग शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय भटनागर ने कहा व्यक्ति स्वस्थ तब माना जाता है जब वह शारीरिक व मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रहता है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के तहत मानसिक बीमारियों का निःशुल्क इलाज होता है। उन्होंने बताया कि पर्याप्त नींद न आना, आत्महत्या का विचार आना, मिर्गी का दौरा पड़ना, नकारात्मक विचार आना, हाथ और पैरों में झनझनाहट होना, भीड़ में जाने से घबराना, अपने आप से बातें करना आदि मानसिक रोग के लक्षण हो सकते हैं। यदि इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हों तो सीएचसी या जिले के बलरामपुर अस्पताल में जाकर जांच कराएं। मानसिक बीमारियाँ पूरी तरह से ठीक हो जाती हैं यदि समय पर इसकी जानकारी हो जाये। कार्यक्रम का शुभारंभ काकोरी ब्लाक प्रमुख कुंवर रामबिलास ने किया। मानसिक दिव्यांग शिविर में पांच वर्ष से 18 वर्ष के 65 मनोरोगियों की जाँच की गयी जिसमें से 16 को रिफर किया गया और 25 मनोरोगियों को मानसिक दिव्यांगता का प्रमाण पत्र दिया गया। इस मौके पर कोरोना वारियर्स को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के लोक कलाकारों द्वारा कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक करने को लेकर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। जिसे वहाँ पर उपस्थित अधिकारियों एवं आम जनता द्वारा सराहा गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. आर.के.चौधरी, सीएचसी अधीक्षक डा. पिनाक त्रिपाठी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी शशि भूषण भारती,ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक नीतेंद्र यादव, ब्लाक समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक प्रद्युम्न कुमार मौर्या, पी0एस0डब्लू0 रवि द्विवेदी और अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।

रिपोर्टर सिद्धार्थ त्रिवेदी रायबरेली