जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रार्थना पत्र देकर निस्तारित कराएं दांपत्य वाद- विदुषी

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय(दैनिक कर्मभूमि)चित्रकूट।सदर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चंद्रगहना में बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पूर्णकालिक सचिव विदुषी मेहा की अध्यक्षता में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्णकालिक सचिव ने लोगों विधिक कानूनों की जानकारी दी।

जागरूकता शिविर में पूर्णकालिक सचिव विदुषी मेहा ने राष्ट्रीय लोक अदालत में वादों का निस्तारण कराने के बारे में जानकारी देते हुए गिरफ्तारी के समय व्यक्तियों के पास होने वाले अधिकारों, नालसा द्वारा नशा पीड़ितों को दी जाने वाली विधिक सेवाएं, नशा उन्मूलन योजना 2015 के तहत तंबाकू से होने वाले दुष्परिणामों एवं निःशुल्क विधिक सहायता प्राप्त करने के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पति-पत्नी जिनके मध्य किन्ही भी कारणों से मनभेद या मतभेद हो वह न्यायालय परिसर में संचालित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में मात्र एक प्रार्थना पत्र देकर अपने दांपत्य विवाद को न्यायालय द्वारा विधि संगत तरीके से निस्तारित करा सकते हैं। बताया कि प्रार्थना पत्र में दोनों पक्षों के नाम, पता, फोन नंबर, विवाद का संक्षिप्त विवरण, फोटोग्राफ्स व पहचान पत्र देना होता है। जिसके बाद समाधान के लिए प्रार्थना पत्र अग्रिम कार्यवाही के लिए संबंधित न्यायिक पीठ को भेज दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने वैकल्पिक विवाद समाधान के बारे में भी बताया कि यह प्रक्रिया विवाद को शीघ्रता से और सौहार्द्र पूर्ण तरीके से सुलझाने के लिए अपनाए जाने वाले सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। इस मौके पर ग्राम विकास अधिकारी, प्रधान सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

 

*ब्यूरो रिपोर्ट* अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

*जनपद* चित्रकूट